वर्तमान समय में किसी हत्या की घटना होने पर स्थानीय थाना, कन्ट्रोल रूम अथवा 100 डायल पर किसी न किसी के द्वारा (प्रथम सूचना रिपोर्ट दर्ज होने के पूर्व) सूचना दे दी जाती है। उक्त सूचना को सत्यापित करते हुये यथा साध्य शीघ्रातिशीघ्र घटनास्थल को वादी द्वारा, क्षेत्र में मौजूद निकटतम पुलिस वाहन अथवा स्थानीय पुलिस द्वारा येलो टेप से सुरक्षित करना चाहिये। हत्या की सूचना प्राप्त होते ही थानाध्यक्ष/विवेचक को यथाशीघ्र फील्ड यूनिट/डाग स्क्वाड को बुलाते हुये पर्याप्त पुलिस बल के साथ घटनास्थल पर पहुँचना चाहिये, साथ ही घटना की सूचना वायरलेस, टेलीफोन आदि के माध्यम से उच्चाधिकारीगण को यथाशीघ्र देना चाहिये तथा घटनास्थल पर पर्याप्त पुलिस बल की उपस्थिति अवश्य ही सुनिश्चित करनी चाहिये, क्योंकि पीड़ित पक्ष द्वारा बदले की भावना से दूसरे पक्ष पर हमला करने अथवा मौके पर मौजूद भीड़ द्वारा कानून-व्यवस्था की स्थिति उत्पन्न करने तथा घटनास्थल के साथ छेड़छाड़ करने की सम्भावना बनी रहती है। ऐसी स्थिति में घटनास्थल का सुरक्षित रह पाना, फील्ड यूनिट तथा विवेचक द्वारा की जाने वाली विधिक कार्यवाही करना मुश्किल होता है। पर्याप्त पुलिस बल की मौजूदगी से मौके पर मौजूद भीड़ पर मनोवैज्ञानिक प्रभाव पड़ता है तथा विवेचनात्मक कार्यवाही सम्पादित करने में आसानी होती है। स्थानीय प्रभावशाली लोगों को भी जो लोग पुलिस का सहयोग करते हैं मौके पर अवश्य बुला लेना चाहिये।